मिडिल क्लास लोग क्यों कामयाब नही हो पाते
why middle class people Fail in Life
आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले है मिडल क्लास के बारे में, ये मिडल क्लास क्या है मिडिल क्लास , क्या होती है इनकी सोच क्यों मिडल क्लास हमेसा उन्सटिसफाय रहते है।
तो दोस्तो आप मिडल क्लास से बिलोंग करते हो या आपकी सोच मिडल क्लास वाली है तो इस पोस्ट को जरूर पढ़िए गा। क्यों कि आज की ये पोस्ट आपकी आँखों के आगे से ये मिडल क्लास वाली पर्दा हटा देगी।
मिडिल क्लास का सबसे बड़ा सच
इस दुनिया के मोस्ट उन्सटिसफाय लोग अगर कोई है तो वो है मिडल क्लास लोग । मिडल क्लास जिनके सपने तो बड़े बड़े होते है मगर मेहनत से बचने के लिए उनके पास लाखो बहाने होते है मिडल क्लास जरूरत से ज्यादा बिज़ी रहते है। न उनके पास बच्चो के लिए टाइम होता है । ओर नही फेमिली के लिए।
ये हमेसा टेंशन में रहते है, कभी नोकरी की टेंशन या बच्चो की एडुक्शन की टेंशन। कभी बिजिली का बिल तो कभी फ़ोन का बिल , पैसा बचने का टेंशन अलग और पैसा खर्च करने का टेंशन अलग। ये समझ लो कि मिडल क्लास लाइफ एक चक्रवियु कि तरह है जिसमे अगर एक बार कोई फस गए तो इससे बाहर आना लगभग नामुनकिन है।
यह इंसान की ऊपर जिम्मेदारी यो का बोझ इतना बढ़ जाता है कि वो पूरी जिंदगी इसी के नीचे दबा रहता है ।
ओर फिर जब लास्ट में अपनी पूरी जिंदगी का फ्लेशबैक तो सोचता है कि साला ज़िन्दगी में कुछ हासिल नही कर पाये। रोटे ही रह गए ज़िन्दगी भर, समजोता ही करते रहे ज़िन्दगी भर।
मिडल क्लास चक्रवियु से निकल ना है तो क्या करना हो गा
सबसे पहले तो अपनी सोच बदल नी पड़ेगी। मिडल क्लास वाला बंदा ज़िन्दगी भर नेगेटिव ही सोचता रहता है। मेरे पास इतना टाइम नही है , मेरे पास इतना पैसा नही है, मेरे पास ये नही है , मेरे पास वो नही है। तो ऐसी सोच के साथ ज़िन्दगी नही बदल ने वाली।
सोच को पॉसिटिव करना होगा , कुछ एक्स्ट्रा ट्राय करना होगा। इसके लिए सरम छोड़नी होगी मेहनत करनी होगी । में एक बंदे को जानता हु जो रोज सुबह स्टेडियम के बाहर आंवला जूस बेचता है जो रोज 1500से 2000 तक कमाता है। उसके बाद वो घर जाता है तैयार होता है और उसके बाद वो जॉब पे चला जाता है। आज उसके पास गाड़ी है , गर है, फेमिली के लिए टाइम है। ओर सबसे बड़ी बात है कि वो खुश है आजाद है।
उसने अपनी मिडल क्लास सोच को उठा कर साइड पे रखा और सरम को छोड़ कर मेहनत सुरु की ओर अपनी ज़िन्दगी बदल ली।
तो अगर आप भी अपनी लाइफ में खुश रहना चाहते है तो आपको भी ऐसे तरीके खोजने परेगे । हालातो को कोसने से हालात नही बदल ने वाले, सरम करते रहोगे तो कभी भी ज़िन्दगी में कामयाब नही जो पाओगे । बड़े बड़े बिज़नेस मेन की ज़िंदगी की सुरुआत छोटे छोटे कामो से ही हुई है ।
तो उठिए आगे बढिए इस मिडल क्लास चक्रवियु को तोड़िये। वार्ना लास्ट में जब आप अपनी जिंदगी का फ्लेशबैक देखेंगे तो आपको भी केवल मायूसी ओर पछतावा के अलावा कुछ दिखाई नही देंगा। पोस्ट अछि लगी तो लाइक कीजिये कमेंट कीजिये । थैंक फ़ॉर रीडिंग।
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Very nice
Thanks
Very good post
Thanks
सही कहे हो आकाश भाई, मिडिल क्लाश के
मिडिल क्लाश के लोग झूठी शान के चक्कर में काम को भी कई क्लाश में बाँट दिये हैं, पर इस ओर उनका ध्यान नहीं जाता कि काम के बदले मिलने वाले रुपये एक जैसे ही होते हैं |मिडिल क्लाश सब्जी नहीं बेच सकता है पर मुकेश अंबानी को सब्जी बेचते शर्म नहीं आती |